तमिल नाडू के कुड्डालोर में तोते की मदद से भविष्य बताने वाले दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. ये तथाकथित ”भविष्यवक्ता” सेल्वाराज वैसे ही पूरे जिले में मशहूर है.
दरअसल इस हिरासत को एक दूसरी घटना से जोड़ के देखा जा रहा है. दरअसल सत्तारूढ़ DMK के विरोध में ताल ठोकने वाले PMK पार्टी के प्रत्याशी थनगर बचन इन भविष्यवक्ता के पास पहुंचे और संभावित चुनावी नतीजे बताने का आग्रह किया।
इशारा करने पर तोता पिंजरे से बाहर आया और उसने एक कार्ड अपनी चोंच में लेकर ‘ज्योतिषी’ सेल्वाराज को दे दिया। इस कार्ड में उसी देवता की छवि अंकित थी जिसकी पूजा कर PMK प्रत्याशी ने कुछ देर पहले ही सम्पन्न की थी. तो इससे ये माना गया की ‘ज्योतिषी’ सेल्वाराज और उसके तोते ने PMK प्रत्याशी की जीत का दावा किया है
ये वीडियो कुछ ही देर में पूरे राज्य में वायरल हो गया. इसके बाद ही राज्य के वन विभाग के लोग हरकत में आये और उन्होंने इस ‘ज्योतिषी’ सेल्वाराज और उसके भाई को तोते समेत हिरासत में ले लिया। ऐसा बताया गया की पक्षी को पिंजरे में बंद करने के आरोप में ये कारवाई की गयी.
हालांकि चेतावनी और जुर्माने के साथ दोनों को बाद में छोड़ दिया गया पर हिरासत में लिए जाने का वीडियो वायरल होने लगा है. PMK प्रत्याशी बचन ने इस कारवाई को तानाशाही बताया है.
पीएमके अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदास ने कहा कि द्रमुक सरकार ने ये कार्रवाई इसलिए की है, क्योंकि उन्हें अपनी हार की बात सहन नहीं हो रही है. तोते ने कुड्डालोर निर्वाचन क्षेत्र से निर्देशक थांगर बचन की जीत की भविष्यवाणी की थी. इस कार्रवाई की निंदा की जानी चाहिए. जो द्रमुक सरकार तोते की भविष्यवाणी को भी बर्दाश्त नहीं कर सकी, आगे उसका हाल क्या होगा?