श्रीलंका के एक मुस्लिम अधिकारी उल्फत उवैस, जो संभवतः विदेश मंत्रालय से जुड़ा है, ने गाजा में चल रही इसरायली सैन्य कारवाई से दुःखी होकर एक बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी. ये सोशल मीडिया पोस्ट इजराइल के भारत में राजदूत नोर गिलोन की नजर में भी आ गया और उन्होंने सार्वजनिक रूप से इस अधिकारी को लताड़ लगाई. ध्यान रहे की भारत में इजराइल के राजदूत श्रीलंका में अपने देश का कामकाज सँभालते हैं.
राजदूत ने याद दिलाया की श्रीलंकाई विदेश मंत्री के साथ बैठक में भी उल्फत उवैस शामिल हुए थे और फिर पूछा की क्या उन्हें एक मित्र देश के बारे में ऐसी टिप्पणी करनी चाहिए थी.
नोर गिलोन के पोस्ट से ऐसा लगा जैसे वो कहना चाह रहे हों की इसरायली टेक्नोलॉजी और निवेश से श्रीलंका के लोगों को फायदा हो रहा है जबकि वो दिवालिया होने की कगार पर थे. तो आधिकारिक रूप से ये श्रीलंकाई अधिकारी इसरायली राजदूत के साथ मीटिंग में शामिल होता है पर उसी मित्र देश के बारे में उल्टा सीधा लिखने से भी नहीं चूकता।
राजदूत ने आगे श्रीलंका के विदेश मंत्रालय को टैग करते हुए लिखा की वो खुद अपने किसी मातहत अधिकारी कर्मचारी को इस तरह की टिप्पणी की मंजूरी नहीं देते. इससे ऐसा प्रतीत हुआ की वो श्रीलंका के विदेश मंत्रालय से इस व्यक्ति पर कड़ी कारवाई की अपेक्षा कर रहे हैं.