जी हाँ आश्चर्यजनक रूप से अब ये खुलासा हुआ है की ब्रिटेन की नौसेना ने इसी साल जनवरी में एक ड्रिल के दौरान अपनी परमाणु क्षमता वाली पनडुब्बी से लम्बी दूरी की मिसाइल फायर किया ,,,,,,,,,,,पर ये मिसाइल पनडुब्बी छोड़ के उडी जरूर ,,,,,लेकिन फिर कुछ दूरी पर पनडुब्बी के बगल में ही समुद्र में जा गिरी
अब दुनिया सवाल ये पूछ रही है की ये तो ड्रिल था और अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य के नजदीक किया गया था पर क्या होता की यदि ये मिसाइल वारहेड से लैस होता,,,,,,,,,,,,,,,तो किसको और कितना नुकसान होता ?
ब्रिटिश मीडिया में इस फेल हुए ड्रिल पर खबर छपी तो रक्षा मंत्रालय को सफाई देने आना पड़ा और उन्होंने जो बयान जारी किया है वो और भी हास्यास्पद है.
रक्षा मंत्रालय ने कहा की इस मिसाइल पर ब्रिटिश नौसेना को पूरा भरोसा है और इस बार एक टेस्ट किट में कुछ खराबी के कारण ये ट्रायल फेल कर गया.
पर वैसे ब्रिटिश नौसेना को अपनी परमाणु क्षमता पर पूरा भरोसा है और वो इसे सुरक्षित और प्रभावी मानते हैं. मीडिया इस बात को भी बार बार उठा रहा है की इसी तरह की एक मिसाइल का परीक्षण 2016 में भी किया गया था और वो भी फेल कर गया था
तो इस आठ साल में पनडुब्बी से दो मिसाइल के ट्रायल और दोनों फेल होने से अब पूरा ब्रिटिश मीडिया ये सवाल पूछ रहा है की रूस के खिलाफ ये कैसी तैयारी है और इससे पुतिन को क्या सन्देश मिल रहा है?
ब्रिटेन के पास वर्तमान में चार परमाणु क्षमता वाले पनडुब्बी है जिसमें अमेरिकी लम्बी दूरी की ट्रिडेंट मिसाइल की तैनाती है,,,रूस के खिलाफ नाटो सैन्य गठबंधन की तैयारी में ब्रिटिश परमाणु पनडुब्बियां एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो पूरे यूरोप को सुरक्षा का भरोसा देती है पर इस तरह की घटनाएं निश्चित ही उनकी चिंता बढ़ाने वाली हैं