अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थको में लोकप्रिय है विवेक रामास्वामी। लोगों ने माना की वो बन सकते हैं ट्रम्प के उपराष्ट्रपति। एक साक्षात्कार में ट्रम्प ने भी माना की विवेक भी संभावित उपराष्ट्रपति के तौर पर उनकी लिस्ट में है .
उन्होंने कहा की इस पद पर एक ऐसे व्यक्ति की जरुरत है जिसमें कॉमन सेंस हो और जो इस बात को समझ सके की खुला बॉर्डर, बहुत ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों पर जोर देना कोई ठीक नीति नहीं है.
ध्यान रहे की विवेक रामास्वामी खुद भी रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए कोशिश कर रहे थे और उन्होंने अपने लिए जनता के मन में काफी जगह बनाई। देश के सामने बड़े मुद्दों पर विवेक खुल के और मुखर होकर अपनी राय रखते सुने गए और जनता ने उन्हें काफी पसंद भी किया।
पर विवेक से उनके हिन्दू होने को लेकर सवाल बने रहे और आखिर कार उन्हें खुद ही इस रेस से बाहर जाना पड़ा. पर इस पर भी उन्होंने ट्रम्प के समर्थन में मैदान छोड़ा और इसलिए पूर्व राष्ट्रपति के पसंदीदा बन बैठे हैं. ट्रम्प की कई रैलियों में विवेक को स्पीकर के तौर पर आमंत्रण मिलने लगा है.
ये भी ध्यान रखना होगा की फ़िलहाल भी एक भारतीय मूल की कमला हैरिस बाइडेन की उपराष्ट्रपति हैं पर वो ईसाई मजहब को अपना चुकी हैं.अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों के पास धन और वोट, दोनों पर्याप्त है, और वो इस देश के सफलतम समुदायों में गिने जाते हैं.
इस पर ये भी है की अमेरिका चीन के मुकाबले के लिए भारत से नजदीकी बढ़ा रहा है और निवेश, व्यापार, तकनीक के साथ रक्षा उद्योग में साथ मिलकर काम करने का इच्छुक है. यहाँ भी ट्रम्प के लिए एक भारतीय मूल का हिन्दू उपराष्ट्रपति बेहद कारगर साबित हो सकता है.