एस्ट्राजेनेका ने कोविड टीके को बाजार से वापस मंगाने का फैसला किया। ये बड़ा कदम उस खुलासे के बाद लिया गया है की जिसमें कंपनी ने माना था की उनके टीके के कारण कुछ गंभीर स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक्कतें हो सकती हैं. इनमें खून के थक्के जमना भी शामिल है.
हालांकि कंपनी ने कहा की बाजार से टीका वापस मंगाने का फैसला वित्तीय कारणों से लिया गया है क्योंकि अब कोविड टीके की मांग उतनी रही नहीं और बाजार में ढेरों प्रकार के नए उत्पाद भी आ गए हैं. इस टीके का उत्पादन और वितरण अब बंद कर दिया गया है.
ये जानना चाहिए की एस्ट्राजेनेका कंपनी का कोविड टीका पूरा यूरोपियन यूनियन क्षेत्र में इस्तेमाल ही नहीं हो सकता. कंपनी अपने इस टीके पर हुए खुलासे के कारण कई अदालती प्रकरणों का सामना कर रही है. पर कंपनी का कहना है की इन अदालती कार्रवाइयों की वजह से नहीं बल्कि वित्तीय कारणों से टीके को बाजार में बिक्री बंद करवा दी गयी है.
ब्रिटेन की ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी में बनी ये वैक्सीन भारत और अन्य मध्यम या निम्नतम आय के देशों में ‘कोविशील्ड’ नाम से इस्तेमाल में लाई गयी थी और इसे दुनिया के सबसे बड़े टीका निर्माता पुणे स्थित सेरम इंस्टिट्यूट ने बनाया था.
2020 में पूरी दुनिया में कोविड महामारी फैली और सामान्य हालात के लिए एक भरोसेमंद टीके का इंतजार था,. जिस पर तेजी से काम शुरू हुआ. भारत ने अपनी एक देसी वैक्सीन ‘कोवाक्सिन’ भी बनायी और इस्तेमाल में लाई थी.