कल हो न हो, थ्री इडियट्स, पीके और ब्रह्मास्त्र जैसी फिल्में अब रूस में एक भारतीय फिल्म महोत्सव में दिखाई जाएंगी। ध्यान रहे की भारतीयता फिल्में और संस्कृति वैसे भी रूस में हमेशा से आकर्षण पर केंद्र बनी रही हैं
अब जब पूरी दुनिया से रूस पर पाबंदी लगी हुई है तो वैसे में भारत जैसे कुछ बड़े देश हैं जो अब भी मास्को के साथ बेहतर सम्बन्ध रखे हैं. रूसी सरकार और लोग दोनों इस बात के प्रशंषा भी करते हैं और अब रिश्तों को और भी प्रगाढ़ करने पर बल दे रहे हैं
भारतीय फिल्म महोत्सव एक वो तरीका है जिसके जरिये रुसी बॉलीवुड के कल्पना लोक में गम हो सकते हैं और कुछ समय की लिए अपने जीवन की कठिनाइयों को भूल भी सकते हैं
फरवरी 22-25 के बीच इस महोत्सव के माध्यम से मास्को, सेंट पीटर्सबर्ग, ऊफा,, नोवोसिबिर्स्क और सरातोव के साथ साथ चेल्याबिंस्क में पांच भारतीय ब्लॉकबस्टर दिखाई जाएंगी.