भारत में निजी क्षेत्र की स्पेस कंपनी अग्निकुल कॉसमॉस ने सफलतापूर्वक लॉन्च किया अग्निबाण रॉकेट। ये सफलता इसलिए भी महत्वपूर्ण है की पिछले 4 प्रयास रहे थे विफल।
चेन्नई स्थित अंतरिक्ष स्टार्ट-अप अग्निकुल कॉसमॉस ने गुरुवार को अपने 3D-प्रिंटेड, सेमी क्रायोजेनिक अग्निबाण रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। भारत के अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने कंपनी को सफलता बधाई दी. कंपनी के मुताबिक, अग्निबाण एक अनुकूलन योग्य, दो चरणों वाला प्रक्षेपण यान है, जो 300 किलोग्राम तक का पेलोड लगभग 700 किलोमीटर की ऑर्बिट में ले जा सकता है।
3D प्रिंटिंग के कारण ये राकेट कम समय में और बेहद कम खर्चे में तैयार किये जा सकते हैं. इस सफल राकेट प्रक्षेपण से भारत आसानी से 300 किलो तक के पेलोड को 700 किलोमीटर्स तक की ऊँचाई पर स्थापित सकता है. इस तरह सैटेलाइट प्रक्षेपण के बाजार से भारत को बड़ी कमाई का रास्ता खुल सकता है. रणनीतिक क्षेत्र में इसके अनेक उपयोग हैं.
22 मार्च के बाद अग्निकुल द्वारा अग्निबाण सब-ऑर्बिटल टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर (SOrTeD)को लॉन्च करने का यह पांचवां प्रयास था।