कर्ज में डूबे पाकिस्तान को भारत में पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल से बड़ी उम्मीदें हैं. कोरोना, बाढ़, पर्यावरण में परिवर्तन और राजनीतिक अस्थिरता से जूझते पाकिस्तान को अब भारत से व्यापार करके कुछ पैसे, टेक्नोलॉजी पाने की उम्मीद है जिससे वो कर्जों के बोझ से छूटे।
पर व्यापार और दोस्ती पर बात करने के बजाय इधर मोदी कैबिनेट के मंत्री पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को वापस पाने की बातें करते रहे हैं. पर अब संसदीय चुनाव के मध्य में आकर मोदी ने आख़िरकार पाकिस्तान को कुछ कहा है. जाहिर है ये वीडियो सबसे ज्यादा पाकिस्तान में ही वायरल हो रहा है और कई तरह विश्लेषण अब सामने आ रहे हैं.
पीएम मोदी ने रिपब्लिक टीवी को साक्षात्कार में कहा की पाकिस्तान को लेकर भारत की नीति बनाने के काम को बहुत पहले ताला लगा चुके हैं. “,,,पाकिस्तान अपने दो टाइम की रोटी खाये, उतना बहुत है, अब भारत बहुत आगे निकल चुका है और मुझे भारत की नयी पीढ़ी की चिंता करनी है,,,”, पीएम ने इंटरव्यू में कहा.
The Wilson Center के South Asian Institute Director माइकल कुगलमान ने इस पर विश्लेषण करते हुए कहा है की जहाँ भारत को पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने में कोई दिलजस्पी नहीं होगी, वहीं इस रिश्ते में गिरावट आने भी नहीं देंगे. उन्होंने आगे कहा की भारत पाकिस्तान के साथ लाइन ऑफ़ कण्ट्रोल पर शांति चाहता है और पूरा ध्यान चीन से निबटने में लगाना चाहता है.
कई विश्लेषकों का कहना है की भारत की पाकिस्तान को लेकर नीति स्पष्ट उसकी कार्यशैली से भी होती है. भारत ने यूरोप तक के कॉरिडोर में UAE और सऊदी अरब को शामिल किया है पर पाकिस्तान को नहीं. इसी तरह मध्य एशिया और रूस तक के लिए व्यापारिक कॉरिडोर ईरान के रास्ते जाता दिख रहा है पर यहाँ पर भी पाकिस्तान माइनस है।