फिलिस्तीन के पक्ष में चल रहे प्रदर्शनों से निपटने में असफल रहा कोलंबिया यूनिवर्सिटी प्रशाषन ने अब न्यू यॉर्क पुलिस को बुला भेजा है. उधर न्यू यॉर्क पुलिस ने भी प्रदर्शनों को दंगा घोषित कर प्रदर्शनकारियो को अरेस्ट करना शुरू कर दिया है.
यूनिवर्सिटी के कई छात्र छात्रा इस बात पर अड़े थे की उनके विश्वविद्यालय को इजराइल के साथ सारे संबंध तोड़ने लेने चाहिए और जब तक ऐसा नहीं होता, वो धरने पर बैठे रहेंगे। कई दिन के इंतजार के बाद अब पुलिस के हाथ पूरे मामले को सौंप दिया गया है.
इधर न्यू यॉर्क के ही डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि जमाल बोमन ने पुलिसिया करवाई की निंदा की है और कहा है की यूनिवर्सिटी में इस तरह की कारवाई से बचा जाना चाहिए था.
दुनिया भर के छात्र और छात्रा जो यहाँ पढ़ते हैं उन्हें इन पहली तस्वीरों ने डराना शुरू कर दिया होगा जिसमें पुलिस दंगा रोकने वाले गियर में दिख रही है और उसके पास वैसे ही साजो सामान भी है.
उधर यूनिवर्सिटी प्रशाषन ने अपने ही छात्रों पर तोड़ फोड़ में लिप्त होने और विश्वविद्यालय के दैनिक दिनचर्या में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगा दिया है और पुलिस को बुला भेजने के फैसले को सही ठहराया है.
यूनिवर्सिटी में दंगा विरोधी पुलिस दस्ते के जाने से दुनिया भर में खलबली होगी और अन्य लोकतान्त्रिक देश भी निश्चित ही इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देंगे. दुनिया भर में लोकतंत्र की आवाज उठाने वाले अमेरिका को अपनी ही एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में पुलिस भेजना पड़ा है तो निश्चित है की दुनिया सवाल तो पूछेगी।