पाकिस्तान की सरकार ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि इमरान खान पर राज्य विरोधी गतिविधियों के आरोप हैं और उनकी पार्टी पर बैन लगाने का यह कदम इसी संदर्भ में उठाया गया है।
इमरान खान की मुश्किलें दिनों-दिन बढ़ती जा रही हैं। हाल के चुनावों में उनकी पार्टी को चुनाव लडने का मौका नहीं मिला था, जिसके बाद उनके समर्थकों ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा। हालांकि, सबसे अधिक सीटें जीतने के बावजूद इमरान खान पाकिस्तान में सरकार नहीं बना सके। इस दौरान उनकी पार्टी ने चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगाए थे।
अब, सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सरकार ने पीटीआई पर बैन लगाने की योजना बनाई है। इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में भेजने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि पीटीआई पर बैन लगाने के लिए उनके पास पुख्ता सबूत हैं, जिनमें विदेशी फंडिंग, 9 मई के दंगे, और सिफर केस जैसे मुद्दे शामिल हैं। तरार ने कहा कि सरकार का मानना है कि देश की सही दिशा में प्रगति के लिए पीटीआई का अस्तित्व समाप्त करना जरूरी है।
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में आरक्षित सीटों के मामले में PTI को राहत दी थी, और इमरान खान को भी कुछ समय पहले ही इद्दत मामले में राहत मिली थी। लेकिन अब सरकार ने ये निर्णय लिया है कि पीटीआई पर बैन लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया जाएगा। तरार ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में अनुच्छेद 6 के तहत परवेज मुशर्रफ पर भी कार्रवाई हो चुकी है, और यही अनुच्छेद अब इमरान खान और पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के खिलाफ भी लागू किया जाएगा।