केंद्र सरकार ने आंदोलनरत किसानों के साथ बातचीत में प्रस्ताव दिया है की वो मसूर, उरद, अरहर और मकई के इतर कपास की भी पूरी पूरी फसल समर्थन मूल्य पर खरीदने को तैयार है
पियूष गोयल और अर्जुन मुंडा समेत तीन केंद्रीय मंत्रियों के समूह ने आंदोलन कर रहे किसानों के सामने ये प्रस्ताव रखा है. इस पर किसानों का कहना है की वो अपने संगठनों में इस प्रस्ताव के सभी पहलुओं पर विचार करेंगे और फिर ही कोई सहमती बन सकती है
तीनों मंत्रियों के द्वारा दिए गए प्रस्तावों में कहा गया है की दालों और कपास के इतर मकई की पूरी पूरी फसल सरकार अगले पांच साल तक समर्थन मूल्य पर खरीद करती रहेगी
हालांकि फिर भी कुछ किसानों को इस बात पर संशय है की क्या ये खरीद का वादा पूरे देश के लिए है या सिर्फ पंजाब और हरयाणा से. ऐसा इसलिए क्योंकि फ़िलहाल भी आंदोलन इन्ही दो राज्यों के किसान प्रमुख रुप से कर रहे हैं