अमेरिका में हिन्दू बेहद सफल समुदाय के रूप में स्थापित हो चुके हैं जिससे यही साबित होता है की भारत की सरकारों द्वारा लागू की गयी नीति ही इस दक्षिण एशिया के देश की गरीबी के लिए जिम्मेदार है. लेकिन एक दूसरे देश में जाकर सफलता का परचम लहराना और वहां पर ज्यादा टैक्स देना भर काफी नहीं होता क्योंकि कई विघ्नसंतोषी तत्व अब इस समुदाय के पीछे पड़ गए हैं.
हिन्दू समुदाय के खिलाफ मिथ्या प्रचार सारे कीर्तिमान तोड़ चुका है. और अब उनके लिए खतरे बढ़ते जा रहे हैं. बीते दिनों कई कई भारतीय छात्र संदिग्ध अवस्था में मृत भी पाए गए हैं जिस विषय को लेकर भारत और अमेरिका में सरकारों से सवाल पूछें जा रहे हैं. कई हिन्दू मंदिरों पर हुए हमले भी इस समुदाय में डर को बढ़ा रहे हैं.
लेकिन कहीं उम्मीद का दिया टिमटिमा रहा है, ऐसा प्रतीत हो रहा है. न्यू जर्सी के सीनेटर विन गोपाल ने अपनी विधान सभा में एक प्रस्ताव पेश किया है की हिन्दूफ़ोबिया और हिन्दू विरोध और नफरत की भर्तसना की गयी है. प्रस्ताव में हिन्दू समुदाय द्वारा अमेरिका में विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व योगदान को उल्लेखित किया गया है.
भारतीय और हिन्दू योग, आयुर्वेद, ध्यान विधि, खानपान, संस्कृति से अमेरिका और वहां का समाज और उन्नत हुआ है.
प्रस्ताव में कहा गया है की न्यू जर्सी प्रान्त हिंदूफोबिया, किसी भी तरह का हिन्दू विरोध, हिन्दू समुदाय के खिलाफ नफरत की भर्तसना करता है और राज्य में बेहतर, सकारात्मक विविधता लाने के लिए हिन्दू अमेरिकियों का स्वागत करता है.