चुनावी साल में अमेरिकी राजनीति दिलजस्प मोड़ लेती जा रही है. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने मिलकर एक नए कानून को संसद में लाने का मन बनाया है. नए कानून के मुताबिक सिर्फ नागरिक को ही अमेरिकी चुनावों में वोट देने का अधिकार हासिल होगा.
पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ एक प्रेसवार्ता में माइक जॉनसन ने इस कानून की बारीकियों पर प्रकाश डाला. जॉनसन ने बताया की प्रस्तावित कानून के अनुसार संघीय चुनाव में वोट देने के पहले वोटर को अपनी नागरिकता साबित करनी होगी. दुनिया की किसी भी और लोकतंत्र की तरह इस कानून की अमेरिका में जरुरत बताते हुए जॉनसन ने कहा की गैर-नागरिक या घुसपैठियों को वोट के अधिकार से रोकना इस कानून का मुख्य मकसद होगा.
प्रस्तावित कानून के अनुसार राज्यों से भी अपेक्षा होगी की वो गैर-नागरिकों की पहचान कर उन्हें वोटिंग लिस्ट से बाहर करें. ट्रम्प के साथ खड़े जॉनसन ने बताया की कांग्रेस (अमेरिकी संसद) की ये जिम्मेदारी है की वोट में फ्रॉड को रोके. ख़ास तौर पर तब जब ढेरों घुसपैठिये दक्षिणी सीमा से देश में दाखिल हो रहे हैं. उन्होंने एक सर्वे का हवाला दिया की लगभग 78 प्रतिशत अमेरिकियों के लिए अति महत्त्वपूर्ण है की घुसपैठिये अमेरिकी चुनावों में वोट ना कर पाए.
ध्यान रखने की बात है की ट्रम्प पहले ही रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति की दौड़ के लिए अधिकृत हो चुके हैं. इधर बाइडेन का नाम भी डेमोक्रेटिक पार्टी से लगभग तय हो चूका है. ट्रम्प अगर बाइडेन या उनकी पार्टी को घुसपैठियों के प्रति नरम साबित कर सकें तो निश्चित ही निर्बाध रूप से वाइट हाउस पहुंच पाएंगे।