दुनिया भर में जनता और नेता भी इस मुद्दे को लेकर माथापच्ची कर ही रहे हैं की इस साल के अमेरिकी चुनावों के क्या नतीजे रहने वाले हैं. ट्रम्प या बाइडेन और उनकी नीतियां क्या होने वाली हैं, उसका दुनिया भर में क्या प्रभाव पड़ने वाला है?
जहाँ तक ट्रम्प का सवाल है, उनके दो साक्षात्कार और उनके नजदीकी लोगों द्वारा कही गयी बातों को लेकर अब कई पत्रकार और एक्टिविस्ट अंदाजा लगा रहे हैं की उनके दूसरे कार्यकाल में क्या प्राथमिकताएं हो सकती हैं.
जो कुछ मुद्दे सामने आये उनमें शामिल था, कोई एक करोड़ से ज्यादा बाहरी लोगों को देश निकाला देना, और इस के लिए डिटेंशन कैंप बनाना या सेना की मदद लेना। रिपब्लिकन शाषित राज्यों में गर्भधारण के आंकड़ों की निगरानी और गर्भपात से जुड़े कानूनों के उल्लंघन पर कड़ाई करना भी इस कार्यकाल में प्रमुख होने वाले हैं.
राष्ट्रपति के तौर पर अमेरिकी संसद द्वारा पारित फंडिंग को भी रोका जा सकता है यदि ट्रम्प के सलाहकार जरुरी समझे तो. जनवरी 6, 2021 को कैपिटील हिल पर हमले के दोषियों में ट्रम्प समर्थकों को माफ़ी दी जा सकती है. हमला होने की स्थिति में अमेरिका यूरोप या एशिया में उन देशों की मदद नहीं करेगा जिन्होंने अपनी रक्षा के लिए पर्याप्त खर्च ना किया हो.